मोहना गांव में बजट न मिलने के कारण विलेज हाट का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। इस मामले में गांव की सरपंच कई बार अधिकारियों से मिल चुकी हैं, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने के लिए ग्रामीण उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार ने गांव मोहना में विलेज हाट बनाने की योजना बनाई। इसका उद्देश्य ग्रामीणों को उनके हाथ से बनी हुई वस्तुओं के लिए बाजार उपलब्ध कराना है। बाजार में मिट्टी के बर्तन, खिलौने, हाथ से कते और सूत से बनाए कपड़े, घर सजाने का साजो-सामान बेचे जाएंगे। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सरकार ने गांव की पंचायत से दो एकड़ जमीन देने के लिए कहा। पंचायत ने दो एकड़ भूमि भी उपलब्ध करा दी। हाट के निर्माण में 25 लाख रुपये खर्च किए जाने हैं। सरकार ने पहली किश्त करीब पांच लाख रुपये मंजूर भी कर दिए और पंचायत द्वारा दी गई दो एकड़ भूमि की चारदीवारी कराने का काम शुरू कर दिया गया। कुछ जमीन पर चारदीवारी हो गई, पर दोबारा बजट की राशि नहीं होने से काम रुक गया। गांव की सरपंच सुषमा का कहना है कि विलेज हाट का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए वे कई बार अधिकारियों से मिल चुकी हैं। अधिकारी एक ही बात कहते हैं कि ऊपर से अभी किश्त नहीं आई है। जब किश्त आ जाएगी तो निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अब रकम कब तक आएगी, यह अधिकारियों को ही पता होगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें