बुधवार, अगस्त 31, 2011

मोहना में ईद | ईद और गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं

मोहना में ईद का त्यौहार मनाया गया |

मोहना में मुस्लिम समुदाय के २०-३० घर हैं |

मोहना की मस्जिद व ईद - गाह पर लोगों ने निवाज अदा किया तथा आपस में ईद की मुबारक बाद दी |

मोहना  समेत देशभर में बुधवार को ईद-उल-फितर का पर्व मनाया जा रहा है। लोग एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाई दे रहे हैं।

ईद और गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं.......... जितेंदर मोहना ( बिट्टू )

गुरुवार, अगस्त 25, 2011

मोहना की मुहीम... (वन्दे मातरम )

मोहना की मुहीम...

मोहना वासी आज भष्टाचार के खिलाफ चल रहे आन्दोलन में अपना समर्थन देने के लिए भारी मात्रा में रामलीला मैदान में पहुंचे |  



वन्दे मातरम.....................

मंगलवार, अगस्त 23, 2011

श्री कृष्ण जन्म अष्टमी


मोहना मतलब  - मन मोह लेने वाला, मन मोहना  ( श्री कृष्ण ) 

लेकिन मोहना गावं में कोई श्री कृष्ण का मंदिर नहीं है |

 फिर भी मोहना वासिओं के मन श्री कृष्ण के प्रति बहुत आस्था है |   
श्री कृष्ण जन्म अष्टमी  के अवसर पर मोहना के मंदिरों को सजाया गया|

आधी रात तक भजन कीर्तन होते रहे और आधी रात को कृष्ण के जन्म के साथ ही लोगों  को प्रशाद वितरित किया गया |


गुरुवार, अगस्त 18, 2011

हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण मोहना में भी बाढ़ का खतरा


प्रमुख संवाददाता नव भारत टाइम  ॥ नई दिल्ली

हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण बुधवार को यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई। नदी के लेवल में लगातार इजाफा हो रहा है। बाढ़ के संभावित खतरे से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने व्यापक इंतजाम किए हैं। संभावना जताई जा रही है कि गुरुवार रात के बाद यमुना के जलस्तर में कमी आनी शुरू हो जाएगी।

मंगलवार को बैराज से दोपहर 2 बजे सबसे अधिक करीब 6.41 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पानी छोड़ने का आलम यह रहा कि बैराज से लगातार 10 घंटे तक 6 लाख क्यूसेक से अधिक पानी हर घंटे छोड़ा जाता रहा। उसके बाद जलस्तर में कमी आ गई। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बुधवार दोपहर 1 बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 204.83 मीटर को पार कर गया। रात 8 बजे यमुना का जलस्तर 205.08 मीटर तक पहुंच गया था। आयोग का कहना है कि गुरुवार शाम 7 बजे यमुना का स्तर अधिकतम 205.60 मीटर पर पहुंच जाएगा। यह लेवल करीब 5-6 घंटे तक रहेगा, फिर उसके बाद यमुना के स्तर में कमी आनी शुरू हो जाएगी।

आयोग ने संभावना जताई थी कि यमुना का स्तर 206 के आसपास पहुंच सकता है, लेकिन उसका कहना है कि बैराज से छोड़ा गया पानी जब राजधानी में पहुंचा, उस समय यमुना का खतरे के निशान से एक मीटर कम था, जबकि पिछले साल लगभग इतना पानी छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर इसलिए अधिक बढ़ गया था, क्योंकि उस वक्त यमुना खतरे के निशान के आसपास बह रही थी। आयोग ने इस बात पर राहत जताई है कि पहाड़ी इलाकों में बारिश अचानक कम हो गई है, इसलिए संभावना जताई जा रही कि आगामी दिनों में बाढ़ का खतरा शायद न रहे।
हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण मोहना में भी बाढ़ का खतरा हो सकता है  

मंगलवार, अगस्त 16, 2011

रक्षा बंधन पर रही धूम

रक्षा  बंधन  पर  मोहना बाज़ार में खासी धूम रही |

मोहना सेंटर हब होने के कारण यहाँ बस स्टैंड पर खूब भीड़ - भाढ़ रही |


 लोगों का आना जाना लगा रहा और मिठाई की दुकानों पर भी काफी भीड़ रही |

मंगलवार, अगस्त 02, 2011

बिजली की कटोती से किसान परेशान

मोहना में बिजली की कटोती से किसान परेशान हैं |

धान की फसल के लिए पानी बहुत जरुरी है और पानी के लिए बिजली,

 पर गाँव में बिजली न आने के कारण फसल बर्बाद हो रही है |

किसान इंजनों से खेतों में पानी की पूर्ति कर रहे हैं |

सोमवार, अगस्त 01, 2011

मोहना मुगलों की राजधानी






मोहना गाँव को मुगलों के समय की राजधानी माना जाता है |

यहाँ पर मुग़ल काल के पुराने खँडहर देखने को मिलते हैं |

खंडहरों को देख कर यहाँ की मुग़ल सभ्यता का बोध होता है |

यहाँ बहुत से महल जो की खँडहर हो चुके हैं और सुरंगे भी है |

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