जय श्री शिद्ध बाबा की ....जय श्री भूमिया दादा की A beautiful village & sub tehshil In Faridabad District of Haryana State. It is the 22 km from Ballabgarh & 17 km from Plawal. .
बुधवार, सितंबर 28, 2011
मंगलवार, सितंबर 27, 2011
बाढ़ संभावित इलाके में हो रहा है प्लाट आबंटन
बाढ़ संभावित इलाके में हो रहा है प्लाट आबंटन
गावं मोहना में बाढ़ संभावित इलाके में गरीब आवाश योजना के तहत प्लोटों का आबंटन हो रहा है
शुक्रवार, सितंबर 16, 2011
यमुना नदी में छलांग लगाई, अभी तक लापता
यमुना नदी में छलांग लगाई, अभी तक लापता ...
कल गावं मोहना से सोहन लाल (भाट) के पुत्र दीपक (26 -27 ) नाम के लडके ने यमुना नदी में छलांग लगा दी !
पुलिश व गोता खोरों द्वारा लडके की तलाश नदी में जारी ....
सोमवार, सितंबर 12, 2011
गंगा से लापता :-
गंगा नदी से लापता :-
गावं मोहना से श्री चरण सिंह ( फड्डा ) का पौत्र व रमेश का पुत्र "सम्मे" बाबा रामदास के साथ 8 -10 दिन पहले ऋषिकेश स्थित ब्रहम पूरी के आश्रम में भंडारा करने गया था | वहां पर गंगा नदी में नहाते हुए वो लापता हो गया | अभी तक उसका कोई सुराक नहीं मिला है |
सम्मे के बड़े भाई की भी इसी तरह कई साल पहले यमुना नदी में डूबने से मौत हो चुकी है | डूबने के 4-5 दिन बाद गौता खोरों को उसकी लाश पेंटून पुल के ड्रम के नीचे मिली थी |
बुधवार, सितंबर 07, 2011
मंजिलों की ओर..............
मंजिलों की ओर..............
करके किस्मत मुट्ठी में बंद चलता हूँ मैं,
करके किस्मत मुट्ठी में बंद चलता हूँ मैं,
होंसलों के पंख फैलाकर उड़ता हूँ मैं ||
इस कदर दरकिनार हो जाती हैं मंजिलें,
ना करें पुरषार्थ तो खो जाती हैं मंजिलें,
इसलिए हर रश्म मंजिलों को पाने की अदा करता हूँ मैं ||
आजायें चाहे मिश्किलें भी जितनी,
एतबार है मुझे काबिलियत पर अपनी,
इसलिए मुश्किलात के हालात से भी ना डरता हूँ मैं ||
मंजिलों को पाने की चाह है, मेरे मन में,
स्पष्ट है मुकाम तक जाने की रह मेरे मन में,
इसलिए हर कदम मंजिलों की ओर रखता हूँ मैं ||
हर सफ़र आसान है, मुश्किल हर डगर है,
ये रास्तों का नहीं केवल सोच का असर है,
इसलिए सोच अपनी सकारात्मक रखता हूँ मैं ||
करके किस्मत मुट्ठी में बंद चलता हूँ मैं,
होंसलों के पंख फैलाकर उड़ता हूँ मैं,
मंजिलों को पाने की चाह है, मेरे मन में,
इसलिए हर कदम मंजिलों की ओर रखता हूँ मैं ||
-- जितेंदर मोहना ( बिट्टू )
मंगलवार, सितंबर 06, 2011
याद है मुझे ( स्मिर्ति )
याद है मुझे ........
वो तितलियों के पीछे भागना ,
और झुंडों में उलझ कर गिर जाना ||
याद है मुझे ........
वो बादलों की छायाँ के साथ-साथ दौड़ लगाना,
और हमारा उनसे हार जाना ||
याद है मुझे ........
पक्षिओं के पंख मुट्ठी में बंद करके फूँक से उडाना,
और उसे फिर से पकड़ना ||
याद है मुझे ........
जहाज की आवाज सुनते ही घर से बाहर निकल आना,
और जहाज की आवाज से भी ज्यादा सोर मचाना ||
याद है मुझे ........
उडती चीलों को अपनी पतंग बना लेना,
और बिना पतंग और डोर के पेच लड़ाना ||
याद है मुझे ........
पत्थर को यमुना में फेंकना,
और उसे ढूंड लाने के लिए दुबकी लगाना ||
याद है मुझे ........
मोहना की हर मन-मोहनी यादें ,
जो मेरे मन को महका देती हैं ||
......... जितेंदर मोहना ( बिट्टू )
शनिवार, सितंबर 03, 2011
पूर्व सरपंच पूरण सिंह स्वर्ग सिधारे
पूर्व सरपंच पूरण सिंह का देहांत हो गया है, जो की मोजुदा सरपंच दानी के ताऊ जी थे |
उधर दूसरी और पोस्ट मास्टर भूले राम जी भी स्वर्ग सिधार गए हैं |
दुर्घटना :-
भेंस और मोटर साईकिल सवार की टक्कर , भेंस ने मौके पे ही दम तोडा जबकि मोटर साईकिल सवार की हालत नाजुक बताई जा रही है |
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