गावं मोहना के हरी राम जो हरियाणा पुलिश में कार्यरत थे ,
उनकी पलवल ठाणे के अन्दर ही एक अजीब परिस्थति में मौत हो गई है
वो कई महीनो से सस्पेंड थे और वो परसों ही डयूटी पर लौटे थे
लेकिन उनकी हत्या उनकी ही सर्विस गन से कर दी गई है / हो गई है
उनके घरवालों ने थाना प्रभारी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है
अभी तक किसी की इस मामले में गिरफ़्तारी नहीं हुई है
पलवल. जिला कारागार में तैनात वार्डन हरीराम की गोली लगने से मौत हो गई। बुधवार की सुबह सूचना मिलते ही सिटी, सदर, कैंप, सीआईए पुलिस की टीम जेल पहुंची।
डीएसपी सिटी ने भी मौके का मुआयना किया। हरीराम की मौत की सूचना मिलते ही काफी संख्या में परिजन और रिश्तेदार भी जेल परिसर पहुंच गए। इनलोगों का कहना था कि सोची-समझी साजिश के तहत हरीराम की हत्या की गई है। वहीं, जेल प्रशासन इसे आत्महत्या बता रहा है।
परिजनों के भारी विरोध के बाद सिटी पुलिस को दो अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करना पड़ा। आरोपी अधिकारी में से एक फिलहाल पलवल जिला कारागार के सुपरिटेंडेंट हैं, जबकि दूसरे यहां सुपरिटेंडेंट रह चुके हैं।
परिजनों का आरोप : मृतक हरीराम के भाई शिवराम ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि हरीराम की मंगलवार को दिन में ड्यूटी थी। इसके बाद फिर उसकी ड्यूटी रात में लगा दी गई। शिकायत के अनुसार हरीराम की रंजिश नीमका जेल के सुपरिंटेंडेंट अनिल जांगीड़ से चल रही थी। अनिल जांगीड़ पहले पलवल जेल में बतौर सुपरिंटेंडेंट तैनात थे।
उन्होंने हरीराम को सस्पेंड भी किया था। यहां से जाने के बाद भी हरेराम को जांगीड परेशान करते रहे। शिकायत में मौजूदा जेल इंचार्ज की मदद से जांगीड पर हरीराम को गोली मारने का आरोप लगाया गया है। बुधवार की सुबह जांगीड़ को जेल में देखा भी गया था।
जेल प्रशासन की सफाई
पलवल जेल के सुपरिंटेंडेंट राजकुमार ने बताया कि हरीराम के साथ सिपाही चांदीनाथ की ड्यूटी भी मंगलवार की रात लगी थी। लेकिन, चांदीनाथ ड्यूटी पर नहीं आया। बुधवार की सुबह बाहर से गेट खुलवाने की कोशिश असफल रहने के बाद सीढ़ी की मदद से अंदर देखने पर हरीराम मृत मिला। हालात से लग रहा था कि हरीराम ने गोली मारकर आत्महत्या की है। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस और सिपाही के परिजनों को दी गई। पुलिस के आने के बाद ही घटनास्थल से राइफल हटाई गई।
पलवल. जिला कारागार में तैनात वार्डन हरीराम की गोली लगने से मौत हो गई। बुधवार की सुबह सूचना मिलते ही सिटी, सदर, कैंप, सीआईए पुलिस की टीम जेल पहुंची।
डीएसपी सिटी ने भी मौके का मुआयना किया। हरीराम की मौत की सूचना मिलते ही काफी संख्या में परिजन और रिश्तेदार भी जेल परिसर पहुंच गए। इनलोगों का कहना था कि सोची-समझी साजिश के तहत हरीराम की हत्या की गई है। वहीं, जेल प्रशासन इसे आत्महत्या बता रहा है।
परिजनों के भारी विरोध के बाद सिटी पुलिस को दो अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करना पड़ा। आरोपी अधिकारी में से एक फिलहाल पलवल जिला कारागार के सुपरिटेंडेंट हैं, जबकि दूसरे यहां सुपरिटेंडेंट रह चुके हैं।
परिजनों का आरोप : मृतक हरीराम के भाई शिवराम ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि हरीराम की मंगलवार को दिन में ड्यूटी थी। इसके बाद फिर उसकी ड्यूटी रात में लगा दी गई। शिकायत के अनुसार हरीराम की रंजिश नीमका जेल के सुपरिंटेंडेंट अनिल जांगीड़ से चल रही थी। अनिल जांगीड़ पहले पलवल जेल में बतौर सुपरिंटेंडेंट तैनात थे।
उन्होंने हरीराम को सस्पेंड भी किया था। यहां से जाने के बाद भी हरेराम को जांगीड परेशान करते रहे। शिकायत में मौजूदा जेल इंचार्ज की मदद से जांगीड पर हरीराम को गोली मारने का आरोप लगाया गया है। बुधवार की सुबह जांगीड़ को जेल में देखा भी गया था।
जेल प्रशासन की सफाई
पलवल जेल के सुपरिंटेंडेंट राजकुमार ने बताया कि हरीराम के साथ सिपाही चांदीनाथ की ड्यूटी भी मंगलवार की रात लगी थी। लेकिन, चांदीनाथ ड्यूटी पर नहीं आया। बुधवार की सुबह बाहर से गेट खुलवाने की कोशिश असफल रहने के बाद सीढ़ी की मदद से अंदर देखने पर हरीराम मृत मिला। हालात से लग रहा था कि हरीराम ने गोली मारकर आत्महत्या की है। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस और सिपाही के परिजनों को दी गई। पुलिस के आने के बाद ही घटनास्थल से राइफल हटाई गई।
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