धान की फूस आजकल चारा बन गयी है
पहले किसान इसे जला दिया करते थे लेकिन भुस की कीमत बढ़ने के कारन न तो किसान इसे जलाते है और न ही खेत मैं इसे जोतते है
वे या तो इसे अपने पसुओ के लिए रख लेते है या फिर इसे बेच देते है
यह १००० से १५०० प्रति किला बिक जाता है
क्योंकि इसके जलने पर सरकार ने भी प्रतिबंध लगा रखा है
अगर इसे कोई खेत मैं जलाता है तो उसे जुर्माना या कारावास हो सकती है
पशुओं के लिए जमा किया हुआ चारा
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